मन में गलत भावना रे तू, मत रखना रे, मत रखना |
ना तेरा यहां कुछ, ना कुछ मेरा रे | |
वक्त की हवा बता दे रे, की तेरा वक्त कैसा, की तेरा वक्त कैसा |
हम निर्दोष मुशाफिर है मुझे माफ़ कर देना ||
हम आपकी पूजा में सजाएं है घर द्वार |
हम विनती करे बार बार , एक बार सुख दुःख भूल कर आ जाइए मेरे भी घर द्वार ||
है परमेश्वर आपसे यही प्रार्थना है मेरी,
हम सभी को बुद्धि और विवेक दीजिये, हर दुःख दूर कीजिये, ताकि हम बिना किसी भेद भाव के जिंदिगी जी सड़के हजार साल |
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